संकट में बांग्लादेश ! रबीन्द्रनाथ टैगोर के पैतृक घर पर हमला…

Rabindranath Tagore: बांग्लादेश में पिछले साल हुए तख़्तपलट के बाद से लगातार हिंसा का दौर जारी है. इसी क्रम में एक बार फिर बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर पर भीड़ ने हमला करके उसे नुकसान पहुंचाया है. जानकारी पाकर भारत ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से सख्त कार्यवाही करने का आग्रह किया है.

विदेश मंत्रालय का आया बयान…

बता दें कि इस हादसे के बाद बांग्लादेश विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है. इसमें कहा गया है कि बांग्लादेश के लोग और सरकार रबीन्द्रनाथ टैगोर को सम्मान देते हैं और हमारी भाषा, साहित्य और संस्कृति में उनके योगदान का सम्मान किया जाता है.

बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने X पर किया पोस्ट…

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘बांग्लादेश सरकार का ध्यान बांग्लादेश के सिराजगंज जिले में प्रतिष्ठित बंगाली नोबेल पुरस्कार विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर से संबंधित सरकारी स्वामित्व वाली संपत्ति में हुई एक कथित घटना की ओर आकर्षित किया गया है.

कचहरीबाड़ी का ऐतिहासिक महत्व…

कचहरीबाड़ी, जो राजशाही डिवीजन के शहजादपुर में स्थित है, रवींद्रनाथ टैगोर का पैतृक घर है. यहीं पर टैगोर के भीतर साहित्य और संगीत की प्रेरणा का अंकुरण हुआ. 1890 के दशक में टैगोर ने यहां अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बिताया और इस दौरान उन्होंने अपने पिता की जमींदारी का प्रबंधन भी किया. इस दौरान उनकी रचनाओं में ग्रामीण जीवन, प्रकृति और सामाजिक मुद्दों की गहरी छाप देखी जाती है.

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जांच के लिए SIT टीम का गठन…

बता दें कि, नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृक घर पर भीड़ ने हमला करके उसे नुकसान पहुंचाया है. इसके बाद पुरातत्व विभाग ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है जिसे पांच कार्यदिवसों में रिपोर्ट देने को कहा गया है.