अयोध्या: होली के रंग में छिपा मंदिर-मस्जिद विवाद, एक हुए याचिकाकर्ता

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होली एक ऐसा पर्व है, जो गिले शिकवे मिटाने और एकता के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है, ऐसे में सालों से विवादित अयोध्या मसले के दोनों पक्षकारों ने एक साल होली खेल कर साम्प्रदायिक सौहार्द्र कि मिसाल पेश की।

अयोध्या मामले पर चल रहे घमासान के बीच देश की गंगा-जमुनी तहजीब को बयां करतीं तस्वीरें आई हैं। मौका है रंगों के त्योहार होली का। होली एक ऐसा पर्व है, जब गिले-शिकवे भुलाकर लोग एक-दूसरे के गले लग जाते हैं। अवध में होली की खुमारी के बीच जब इकबाल अंसारी ने महंत धर्मदास को अबीर-गुलाल लगाया तो सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल देखने को मिली।

मुस्लिम पक्ष इकबाल अंसारी और हिंदू पक्ष के महंत धर्मदास ने खेली होली:

अपने पिता हाशिम अंसारी की मृत्यु के बाद इकबाल अंसारी अयोध्या विवाद में मुस्लिम पक्ष के मुद्दई में से एक हैं। वहीं, हिंदू पक्ष की तरफ से याचिकाकर्ताओं में महंत धर्मदास का नाम शामिल है। होली के मौके पर इकबाल अंसारी ने अयोध्या में महंत धर्मदास से मुलाकात करते हुए त्योहार की मुबारकबाद दी।

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बता दें कि हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने मामले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता पैनल का गठन किया है। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस एफएम कलीफुल्ला इस पैनल के चेयरमैन हैं। समिति के अन्य मध्यस्थों में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पांचू शामिल हैं। खास बात यह है कि मध्यस्थता के जरिए मामले को सुलझाने की प्रक्रिया 8 हफ्ते में पूरी हो जाएगी।

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