सावधान ! चिप्स खाने वाले हो सकते हैं उम्र से पहले बूढा …
अगर अगली बार आप नाश्ते के लिए चिप्स या भुने हुए मेवे का पैकेट उठाते हैं, तो समझिए आप अपनी उम्र बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. एक नए इतालवी अध्ययन के अनुसार, अत्यधिक अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन जैविक उम्र को तेज़ी से बढ़ा सकता है, जिसका मतलब है कि आपकी कोशिकाएं और ऊतक आपकी वास्तविक उम्र से ज्यादा बूढ़े हो सकते हैं. उदाहरण के तौर पर, अगर आप 30 वर्ष के हैं और जंक फूड या चिप्स खाते हैं, तो आपकी कोशिकाओं को ऐसा महसूस हो सकता है जैसे आपकी उम्र 40 या उससे भी अधिक हो गयी है.
क्या है कहता है शोध ?
अध्ययन में 22,495 प्रतिभागियों को शामिल किया गया और पाया गया कि, जैविक उम्र की वृद्धि को स्वास्थ्य की एक अधिक सटीक तस्वीर के रूप में देखा जा सकता है, जो जीवनशैली विकल्पों, जैसे आहार से प्रभावित हो सकती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से भरपूर आहार जैविक उम्र बढ़ाने की गति को बढ़ाता है, जैसा कि एक बड़े इतालवी नमूने में देखा गया है. वहीं डाइटिशियन के अनुसार, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ अस्थिर ऑक्सीजन युक्त अणुओं, यानी मुक्त कणों, को बढ़ाते हैं, जो शरीर के स्वस्थ अणुओं से प्रतिक्रिया करते हैं और डीएनए, आरएनए, प्रोटीन को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कोशिकाएँ मरने लगती हैं. इसके अलावा, ये पदार्थ शरीर में सूजन उत्पन्न करते हैं, जो गठिया, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों को जन्म देते हैं, जिससे शारीरिक स्वास्थ्य पर और दबाव बढ़ता है.
चीनी और वसा की उच्च मात्रा उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज़ कर देती है और इससे हृदय रोग, मोटापा और उच्च रक्तचाप जैसे पुरानी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है.साथ ही, इनमें फाइबर की कमी पेट के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, जिससे शरीर को जरूरी पोषक तत्वों का अवशोषण करने में समस्या होती है. जब हम प्रसंस्कृत खाद्य खाते हैं, तो हम पौष्टिक खाद्य पदार्थों के लिए जगह कम छोड़ते हैं.
Also Read: इन Brain Exercises से करें दिन की शुरुआत, बेहतर होगी Mental Health
तो, क्या हैं स्वस्थ विकल्प?
1. पैक्ड स्नैक्स या चिप्स जो तले होते हैं और परिष्कृत अनाज से बने होते हैं, उनकी जगह साबुत नट्स, बीज, फल, सलाद और अंकुरित खाद्य पदार्थ खाएं.
2. मीठे पेय पदार्थों से बचें क्योंकि ये ऊर्जा तो देते हैं, लेकिन पोषक तत्वों का शून्य होते हैं. उनकी जगह पानी, ताजे फलों और सब्जियों के जूस, छाछ, नींबू पानी, सूप, नारियल पानी और ग्रीन टी पी सकते हैं.
3. रेडी-टू-ईट मील्स में रिफाइंड अनाज, प्रिजर्वेटिव और उच्च सोडियम की मात्रा होती है, इनकी जगह साबुत अनाज के उत्पाद, घर में बने खाद्य पदार्थ जैसे खिचड़ी, ओट्स, दलिया, पोहा और रवा खाएं.
4. पैक्ड मिठाइयाँ और डेजर्ट में बहुत ज्यादा वसा, चीनी, सोडियम और प्रिजर्वेटिव होते हैं. घर पर ताजे फल के साथ कस्टर्ड, स्मूदी या दही बनाकर खाएं.
5. प्रोसेस्ड मीट और प्लांट फूड मिक्स में भी सोडियम और वसा की मात्रा अधिक होती है. ताजे चिकन, मछली, टोफू और ताजे सब्जियाँ इस्तेमाल करें, खाना पकाने का समय बचाने के लिए इन्हें आधा पकाकर रखें.