लखनऊ के चौक की इस दुकान में ठंडई की चुस्की लेते थे अटल

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दुर्भाग्य से ‘काल के कपाल पर लिखा हर बार नहीं मिटता’ शायद यही वजह है कि आज भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की बिगड़ती हालत को देखकर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। अटल बिहारी वाजपेयी की हालत बीते बुधवार को बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। आज पूरा देश उनके स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।

बैठ कर ठंडई का मजा लिया करते थे

अटल बिहारी वाजपेयी लखनऊ के जर्रे-जर्रे से प्यार करते हैं और यहां की जनता भी उनको उतना ही प्यार और सम्मान देती है। अटल बिहारी जब भी लखनऊ में रहते थे तो चौक में स्थित राजा ठंडई के यहां अक्सर जाते रहते थे। ऐसा कहा जाता है कि जब भी वो दुकान पहुंचते थे तो अपने सुरक्षाकर्मियों को दुकान के बाहर ही रहने को कहते थे। इसके साथ ही कहा जाता था कि दुकान में आने वाले किसी भी शख्स को रोका न जाए। इस तरह से वो दुकान में एक आम इंसान की तरह बैठ कर ठंडई का मजा लिया करते थे।

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अटल बिहारी के लिए कह सकते हैं कि वो एक ऐसे नेता हैं जिनके लिए क्या सत्ता क्या विपक्ष सब एकसाथ खड़े रहते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मभूमि भले ही लखनऊ न रही हो लेकिन कर्मभूमि होने के नाते उन्हें लखनऊ से बेहद लगाव है। लखनऊ से पांच बार सांसद रहे अटल बिहारी वाजपेयी को लखनऊ के लोगों ने सिर-आंखों पर बिठाया और भरपूर प्यार और सम्मान दिया।

दुश्मनों घुटने टेकने पर मजबूर कर देने वाले प्रधानमंत्री हैं

आज भी अटल बिहारी का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर चमक आ जाती है। अटल बिहारी बेहद ही सरल और उच्च विचारों के साथ जीने वाले राजनेता हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की देन है कि आज भारत परमाणु शक्ति वाला देश है और कारगिल में दुश्मनों घुटने टेकने पर मजबूर कर देने वाले प्रधानमंत्री हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी ने सिर्फ चुनाव ही नहीं जीता बल्कि देश के लोगों के दिलों को भी जीता। वाजपेयी के अंदर बोलने की अद्भुत कला है जिसके आगे बड़े से बड़े नेता भी नहीं टिकते थे। उनका कोई भी भाषण ऐसा नहीं होता था जिसपर तालियों की गड़गड़ाहट न सुनाई दे।

भाजपा की तरफ से एससी राय को उम्मीदवार बनाया गया था

साल 1995 में लखनऊ में मेयर के चुनाव हो रहे थे। जिसमें भाजपा की तरफ से एससी राय को उम्मीदवार बनाया गया था। एक सभा के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी ने भाषण देते हुए कहा था कि 40 साल पहले मैं जवान था और गंजिंग करता था। कैसरबाग चौराहे पर बैठता था।

इलाज करने के लिए डॉक्टर लाया हूं

आखिर एक जवान लड़का गंजिंग क्यों करेगा क्यों कैसरबाग चौराहे पर बैठेगा? इतना सुनते ही सभा में बैठी जनता की हंसी नहीं रुकी और तालियों के साथ सीटियां बजने लगीं। इसके बाद अटल ने कहा आज लखनऊ बीमार हो गया है और इसका इलाज करने के लिए डॉक्टर लाया हूं, डॉक्टर एससी राय और ये लखनऊ की इस बीमारी को दूर करेंगे जिससे पहले की तरह आप भी गंजिंग कर सकें और कैसरबाग में के चौराहे पर बैठ सकें।

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