Kedarnath Dham: केदारनाथ धाम के कपाट आज शुक्रवार की सुबह से ही भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं. केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के इस शुभ अवसर पर मंदिर प्रांगण में हजारों श्रद्धालुओं के संग उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहें. इस मौके पर सीएम धामी ने बाबा के दर्शन कर कहा, ” आज हमने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पूजा भी की है. आज आतंकवाद और अलगाववाद जैसे मुद्दे जो हमारे सामने हैं, बाबा हमारे प्रधानमंत्री को शक्ति देंगे और पहलगाम में ऐसी घटना करने वाले दुश्मनों, राक्षसों का खात्मा होगा.”
कपाट खुलने का नजारा इतना अद्भुत रहा कि सभी भक्तों ने हर-हर महादेव के गगनचुंबी जयकारे लगाए. इसके चलते पूरा मंदिर परिसर जयकारों से गूंज उठा. इस पावन मौके पर वहां मौजूद सभी भक्तों ने मंदिर के अंदर जल रही अंखड ज्योति के दर्शन भी किए. इन सभी के बीच बाबा केदारनाथ की श्रद्धा और भक्ति-भाव से रुद्राभिषेक, शिवाष्टक, शिव तांडव स्तोत्र और केदाराष्टक के मंत्रों का जाप किया गया.
टोकन सिस्टम से श्रद्दालु कर रहें केदारनाथ बाबा के दर्शन
आपको बता दें कि केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही सबसे पहले कर्नाटक के वीरशैव लिंगायत समुदाय के मुख्य रावल भीमशंकर जा पहुंचे. इसके बाद केदारनाथ बाबा पर 6 महीने पहले चढ़ाए गए भीष्म श्रृंगार को हटाया गया. यह मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में 11 हजार फुट से अधिक की उंचाई पर स्थित ग्यारहवां ज्योतिर्लिंग का मंदिर है. इसकी महिमा बड़ी ही अद्भुत है. बड़ी बात तो ये है कि केदारनाथ बाबा के कपाट खुलने से पहले ही वहां 2500 श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली.
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इन श्रद्धालुओं की भीड़ को मैनेज करने के लिए टोकन सिस्टम के जरिए सभी भक्तों को बाबा का दर्शन करवाए जा रहे हैं. ऐसे में चारधाम की यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को बाबा के दर्शन करने के लिए टोकन लेना अनिवार्य कर दिया गया है. हालांकि, ये टोकन पूरी तरह से निशुल्क है जिसपर दर्शन का टाइम भी लिखा रहेगा ताकि सभी भक्तगण आसानी से बाबा का दर्शन कर सकेंगे. खुशी की बात तो ये है कि अब सभी भक्तगण अगले 6 महीने तक बाबा केदारनाथ की यात्रा कर सकते हैं.
4 मई को खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट
जानकारी के मुताबिक, जून से अगस्त के बीच मौसम ठीक रहा तो इस बार 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के केदारनाथ धाम पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल चारधाम की ये यात्रा 30 अप्रैल यानी की (अक्षय तृतीया) से शुरू हो चुकी है. केदारनाथ धाम में इस वक्त ठंड होने के बाद भी उत्साह से भरे श्रद्धालु ‘बम-बम भोले’ और ‘जय बाबा केदार’ के जयकारे लगाते नजर आ रहे हैं.
इस मौके पर शिवजी के मंदिर परिसर को देशी-विदेशी फूलों से सजाया गया है. इस भव्य सजावट के लिए कई प्रकार के 108 क्विंटल फूलों को बाहर से मंगाया गया. रंगीन फूलों से सजने के बाद भोले बाबा का धाम अपनी सुंदरता की छटा बिखेर रहा है. बता दें कि अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जा चुके हैं. इसके बाद अब उत्तराखंड के चार धामों में शामिल मंदिर बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई रविवार को खोले जाने हैं जिसे लेकर जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही हैं.
जानिए 6 माह के लिए क्यों बंद रहता है केदारनाथ धाम का कपाट
हर साल के सर्द भरे मौसम में भीषण ठंड होने के चलते चारों धामों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. इसे दुबारा से भक्तों के लिए अप्रैल-मई के माह में 6 महीने के लिए खोला जाता हैं. यहां देश से लेकर लाखों विदेशी श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के लिए इस धाम में पहुंचते हैं.