वाराणसी जिला जेल में बदली व्यवस्था, लाइन लगाकर मुलाकात करने से मिलेगी मुक्ति
वाराणसी जिला जेल में निरुद्ध बंदियों से मुलाकात को लेकर व्यवस्था में बदलाव किया गया है. इस नई व्यवस्था से मुलाकात करना अब सरल हो गया है. इसके तहत अब घर बैठे बंदियों के परिजन ई-प्रिजन वेबसाइट पर लॉगिन कर ई-मुलाकात या न्यू रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करके पर्ची बनवा सकते हैं. पर्ची लेकर आने पर बंदियों से मुलाकात करा दी जाएगी. इसके चलते बंदियों के स्वजन और अन्य मुलाकातियों को जेल में लंबी कतार लगाने से मुक्ति मिल जाएगी. जिला जेल चौकाघाट में यह व्यवस्था शुरू कर दी गई है. सोमवार को ई-प्रिजन से एक बंदी की मुलाकात कराई गई.
पहले सुबह से लेकर हो जाती थी शाम
जिला जेल में बंदियों से मुलाकात के लिए पुरानी व्यवस्था के चलते उनके स्वजन और जेल कर्मियों को भी समस्याओं का सामना करना पडता था. बंदियों के दूर दराज के स्वाजनों या रिश्तेदारों को सुबह सात बजे जेल पहुंचना पडता था. इस चक्कर में सुबह से शाम हो जाती थी. अब वह समय से पहुंचकर पर्ची बनवाकर समय से मुलाकात कर सकेंगे. इस तरह की परेशानियों से मुलाकात करने वालों को छुटकारा मिल जाएगा. जेल में लाइन लगाकर वह कई घंटे में पर्ची काउंटर से मुलाकात पर्ची बनवा पाते थे. इसके बाद मुलाकात पर्ची को स्वीकृत कराने के लिए फिर लाइन में लगते थे. इसके बाद कहीं जाकर मुलाकात हो पाती थी.
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आवेदन करने की यह है व्यवस्था
जिला जेल अधीक्षक आचार्य उमेश कुमार सिंह के अनुसार बंदियों के स्वजन स्मार्ट फोन या लैपटॉप से ई-प्रिजन वेबसाइट पर जाकर ई-मुलाकात या फिर न्यू रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करेंगे. विजिटर विवरण वाले कॉलम में विवरण और बंदी का नाम भरकर फिजिकल बॉक्स में सम्मिट करने पर मोबाइल पर ओटीपी आएगा. इसके बाद उसे भरकर ओके करने पर रिफ्रेंस या संदर्भ नंबर मिलेगा. रिफरेंस नंबर को इंटर योर रजिस्ट्रेशन नंबर वाले कॉलम में भरकर क्लिक करेंगे तो कारागार से मुलाकात की स्वीकृति मिल जाएगी. इसके बाद मुलाकाती अपने मेल से पर्ची का फोटो कॉपी लेकर जिला जेल पहुंचकर मुलाकात काउंटर से संपर्क कर मुलाकात कर सकते हैं. बता दें कि जिला जेल में बंदियों की कुल क्षमता 900 है जबकि इस समय 2015 बंदी निरुद्ध हैं.