Mahakumbh 2025 : प्रयागराज के संगम तट पर लगा महाकुंभ मेला बड़ा ही अदभुत है. इस भव्य मेले का हिस्सा बनने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु पधार रहे है. जहां त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगा रहे है आस्था की डुबकी लगाने वाले हर श्रद्धालु कुंभ मेले की भव्यता और आस्था का बखान करते थक नहीं रहे हैं. इस कुंभ की माया बड़ी ही अद्भुत है. त्रिवेणी संगम का दर्शन करने वाले खुद को बड़ा ही सौभाग्यशाली मान रहे हैं. उनका कहना है कि 144 वर्षों बाद ये महाकुंभ की माया देखने को मिली है.
आरिफ मोहम्मद खान ने महाकुंभ मेले का किया भ्रमण
वहीं बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान अपने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन महाकुंभ मेले में जा पधारे हैं. इस दौरान उन्होंने पूरे संगम तट का भ्रमण करते हुए भारत की खूबसूरती से परिपूर्ण सनातन संस्कृति की खूब तारीफ की. आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि महाकुंभ में भक्तों के बीच जो एकता दिख रही है उससे ये साफ जाहिर होता है कि सनातन संस्कृति की एकता आज भी भारत देश में बरकरार है. जिसका बखान कितना भी करों कम होगा.
सनातनी एकता का प्रतीक है महाकुंभ मेला
इसी के आगे आरिफ मोहम्मद ने कहा कि, सनातनी एकता का प्रतीक ये महाकुंभ मेला है, जिसने अमीर-गरीब का फर्क न करते हुए हर सनातनी को एक में बांधे रखने का काम किया है. जिसका साफ नजारा इस कुंभ मेले में नजर आ रहा है. ऐसे में बड़ी बात तो ये है कि हमारी भारतीय संस्कृति हमें ये सिखाती है कि अगर हम किसी भी मानव को उनके दिव्य रूप में देखें, तो हमें यह एहसास होगा कि हर मानव ही माधव का स्वरूप है.
कुंभ के दीदार को हर कोई उत्सुक
हालांकि, हाल ही में महाकुंभ मेले में मची भगदड़ मामले को देखते हुए श्रद्धालुओं की संख्या में थोड़ी कमी देखने को मिली, लेकिन भगदड़ मामले की स्थिति से निपटने के बाद वापस से श्रद्दालुओं की भीड़ करोड़ों की तादात में जुटने लगी है. जिसके चलते महाकुंभ का नजारा बड़ा ही सुंदर और अद्भुत नजर आ रहा है. जिसकी भव्यता देख हर कोई इसके दीदार के लिए उत्सुक हो चुका है.