जम्मू-कश्मीर: पहलगाम आतंकी हमले के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के दौरान श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले का इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी है. इन जेलों में कई बड़े आतंकी और ओवर ग्राउंड वर्कर मौजूद हैं.
ख़ुफ़िया जानकारी के अनुसार, श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू के कोट भलवाल जैसी जेलों में आतंकी हमला हो सकता है. इन जेलों में कई बड़े (हाई प्रोफाइल) आतंकी और ओजीडब्ल्यू कैद हैं. खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने इन सभी जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है जेल में बंद आतंकियों से पूछताछ
पहलगाम में चल रही आतंकी जांच के सिलसिले में, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हाल ही में आतंकी सहयोगियों निसार और मुश्ताक से पूछताछ की, जो सेना के वाहन हमले के मामले से भी जुड़े थे. खुफिया अलर्ट के बाद, जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उपायों को मजबूत किया गया है.
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जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के महानिदेशक ने स्थिति का आकलन करने के लिए रविवार को श्रीनगर में सुरक्षा ग्रिड के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। अक्टूबर 2023 में CISF ने सीआरपीएफ से जम्मू-कश्मीर की जेलों की सुरक्षा का जिम्मा संभाला। पहलगाम हमले के एक सप्ताह से अधिक समय बाद, NIA के सूत्रों ने पहले संकेत दिया था कि आतंकवादी अभी भी दक्षिण कश्मीर में छिपे हो सकते हैं.
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अभी भी छिपे हैं आतंकी…
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में अभी भी आतंकियों के छिपे होने की संभावना है.आतंकियों के पास रसद सामग्री और जंगलों में रहने का बड़ा अनुभव बताया जा रहा है. हालांकि, सुरक्षा बलों की ओर से भी लगातार अभियान चल रहा है. 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में 26 पर्यटकों की आतंकियों द्वारा मौत के बाद से पूरे प्रदेश में सुरक्षा बल अलर्ट पर है.