ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का 15 दिन में बदला लिया. वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक की जिसमें कई आतंकियों को ढेर किया गया है.
बता दें कि अब इन सब के बीच सवाल यह है कि भारत ने इस एयर स्ट्राइक को ‘Operation Sindoor’ का नाम क्यों दिया. तो बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने पर्यटकों को धर्म के आधार पर निशाना बनाकर हमला किया था. इस हमले में सिर्फ पुरुषों की हत्या की गई, जबकि महिलाओं से कहा गया- “जाकर मोदी को बता देना.” अब भारत ने इस हमले का बदला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए ले लिया है.
ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों पड़ा?
इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम इसलिए दिया गया क्योंकि यह उन महिलाओं के सिंदूर का बदला है, जिनके माथे से उनके सुहाग का नाम मिटा दिया गया. यह नाम उन आंसुओं की पहचान है, जो 15 दिन से बिना रुके बह रहे थे. यह एक श्रद्धांजलि है उन 26 बेकसूरों को, जिनकी जान सिर्फ इसलिए ली गई क्योंकि वे भारतीय थे. भारत ने साफ कर दिया है कि हर आंसू का जवाब होगा और कोई भी बलिदान बेकार नहीं जाएगा.
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ऑपरेशन सिंदूर: एक नजर में मिशन
ऑपरेशन सिन्दूर को लेकर रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मंगलवार देर रात 1:44 बजे शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया. इनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का कैंप जैसे बड़े ठिकाने शामिल हैं. भारतीय सेना ने जानकारी दी है कि ये स्ट्राइक पूरी तरह से फोकस्ड, मापी गई और गैर-उत्तेजक (non-escalatory) थी. ये भी साफ किया गया है कि किसी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया. भारतीय सेना का बयान भी आया- Justice is served” – यानी इंसाफ कर दिया गया.
पहलगाम में हुआ था हमला..
बता दें कि, बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूंछकर गोली मारी थी जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी. इस हमले की खास बात यह थी कि आतंकियों ने सभी पुरूषों को मारा था न कि किसी महिला को.