उत्तराखंड संकट पर दिल्ली में ‘शक्ति प्रदर्शन’
नई दिल्ली। उत्तराखंड में चल रही सियासी उठापठक को लेकर भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर रावत सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के बाद बीजेपी उपाध्यक्ष कैलाश विजयवर्गीय कहा कि हमने राष्ट्रपति से मांग की है कि उत्तराखंड के गवर्नर को सरकार भंग करने का निर्देश दें।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में उत्तराखंड के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, बीजेपी के 6 सासंद और बीजेपी के 26 विधायक शामिल थे। लेकिन इसमें 9 कांग्रेस के बागी विधायक शामिल नहीं हुए। जिनके बारे में दावा किया जा रहा था कि ये सभी साथ में होंगे। जिस पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वह हमारे पार्टी के विधायक नहीं है इसलिए वह प्रतिनिधिमंडल में शामिल नही हुए।
तो वहीं उसके बाद कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रपति से मुलाकात किया जिसमें राज्य की प्रभारी अंबिका सोनी, सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल बोरा शामिल थे। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बीजेपी पर आरोप लगाया कि कांग्रेस के 9 विधायकों को बीजेपी ने बंधक बनाया है। वहीं अंबिका सोनी ने विधानसभा अध्यक्ष की कार्यवाही को सही बताया।