मिसाल बने एसपी गौरव, झुग्गी के बच्चों को दिया सम्मान
कल यानी कि 12 जून को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम दिवस था। जिसके उपलक्ष्य में पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसी सिलसिले में लखनऊ के एसपी ग्रामीण डॉ. गौरव ग्रोवर ने ऐसा कदम उठाया जिसकी वजह से 14 मासूमों के चेहरे (face) पर मुस्कराहट आ गयी। इनमें से एक बच्ची को तो उन्होंने एएसपी का पद भार तक सौंप दिया।
14 बच्चों के चेहरे पर ले स्माइल
जी हां कल दिन में लखनऊ के एसपी ग्रामीण का एक ऐसा रूप देखने को मिला जिसकी वजह से उनकी सराहना चारों ओर हो गयी। अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम दिवस पर चाइल्ड लाइन के केंद्र को-ऑर्डिनेटर अजीत कुशवाहा गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के पास स्लम एरिया में रहने वाले 14 बच्चों को मंगलवार को पुलिस ऑफिस ले गए।
पहले तो पुलिस ऑफिस पहुँचते ही सभी बच्चे सहम से गये, सबके चेहरे की चमक गायब हो गयी। ऐसा देख एसपी ग्रामीण डॉ. गौरव ग्रोवर फ़ौरन ही अपनी कुर्सी से उठे और सभी से लिए चॉकलेट मंगवाई।
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इसके बाद उन्होंने चॉकलेट देकर सभी बच्चों का बड़े प्यार से स्वागत किया। उन्हीं बच्चों की कतार में पीछे खड़ी क्लास सेकेण्ड की रोशनी पर एसपी की निगाह पड़ी तो उन्होंने उसे गोद में उठा लिया। उस मासूम का सपना भी पुलिस ऑफिसर बनने का ही है ये सुन के एसपी ने उसे अपनी कुर्सी पर बैठा दिया और कहा कि अब से एक घंटे के लिए वह एसपी बन गयी है। जिसकी वजह से बच्ची के चेहरे की चमक देखने लायक थी।
जब रौशनी बनी ASP…
जब एसपी गौरव ने बच्ची रोशनी को एसपी ग्रामीण की कुर्सी पर बैठाया तो उसके साथियों को फरियादी बनने को कहा। बच्चों ने पुलिसिंग को लेकर उससे सवाल किए तो एएसपी ने रोशनी की ओर से उनके जवाब दिए। एक बच्चे ने कहा कि पुलिस जब भी आती है तो डंडा मारती है। इस पर एसपी ने बताया कि पुलिस सिर्फ बुरे लोगों को डंडा मारती है। आप जैसे अच्छे बच्चों को प्यार करती है।
इसके बाद एसपी गौरव ने वहां मौजूद सभी बच्चों को 1090 के बारे में जानकारी दी और कहा कि किसी भी मुसीबत के वक्त वो वहां फ़ोन कर सकते हैं।