पेट्रोल-डीजल के दामों में लगी आग…जनता बेहाल
बुधवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने अब तक का उच्चतम स्तर छू लिया। डेली डायनैमिक प्राइसिंग सिस्टम के अंतर्गत बुधवार सुबह 6 बजे 30 पैसे की बढ़त से दिल्ली में कीमत 76.87 रुपये के स्तर पर पहुंच गई, जबकि मुंबई में पेट्रोल सबसे महंगा 84.99 रुपये में बिक रहा है। वहीं, डीजल दिल्ली में 68.34 और मुंबई में 72.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
चेन्नै में 77.43 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर थीं
दरअसल, कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की वजह से 24 अप्रैल से 13 मई के बीच डेली डायनैमिक प्राइसिंग पर रोक लगा दी गई थी। इस बीच पेट्रोल की कीमतें दिल्ली में 74.63, कोलकाता में 77.32, मुंबई में 82.48 और चेन्नै में 77.43 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर थीं। इस दौरान डीजल की कीमतें दिल्ली में 65.93, कोलकाता में 68.63, मुंबई में 70.20 और चेन्नै में 69.56 रुपये प्रति लीटर की दर पर स्थिर रहीं। लेकिन, 12 मई को मतदान संपन्न होते ही और अगले ही दिन 13 मई से पेट्रोल-डीजल के दाम फिर से रोजाना आधार पर बढ़ने लगे। 13 मई के बाद आज 31 मई तक एक भी दिन ऐसा नहीं बीता जब पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े हों।
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पेट्रोल-डीजल के नित नए रेकॉर्ड छूने से राष्ट्रव्यापी बहस छिड़ गई है और प्राथमिक तौर पर केंद्र सरकार ही इन बहसों के केंद्र में रहती है। हालांकि, हकीकत कुछ और है। केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर एक्साइज ड्यूटी वसूलती है जबकि राज्य सरकारें अलग-अलग दर से वैट लगाती हैं। एक्साइज ड्यूटी और वैट की दरों पर नजर डालने पर स्पष्ट हो जाता है कि केंद्र सरकार नाहक बदनाम है, पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर पहुंचाने में राज्य सरकारों की भूमिका कहीं भी कम नहीं है। आइए जानते हैं क्रूड ऑइल के भाव से लेकर आप तक पहुंच पेट्रोल-डीजल की दरों के पाई-पाई का हिसाब…
कच्चे तेल की कीमत 4,923 ÷ 159 = 30.96 रुपये
23 मई 2018 को इंडियन बास्केट के कच्चे तेल की कीमत 4,923 रुपये प्रति बैरल है। चूंकि एक बैरल में 159 लीटर होता है, इसलिए प्रति लीटर कच्चे तेल की कीमत 4,923 ÷ 159 = 30.96 रुपये। विदेशों से आए क्रूड ऑइल की खेप भारत की रिफाइनरीज में पहुंचती है। यहां तक पहुंचने और रिफाइन होने के बाद पेट्रोल पंपों तक पहुंचने में कुछ लागत आती है। इसका आंकड़ा इस प्रकार है। एंट्री टैक्स, रिफाइनरी प्रोसेसिंग, लैंडिंग कॉस्ट एवं मार्जिन समेत अन्य ऑपरेशन कॉस्ट – पेट्रोल पर 3.68 रुपये और डीजल पर 6.37 रुपये प्रति लीटर। यानी अब पेट्रोल की कीमत 30.96 रुपये + 3.68 रुपये = 34.64 रुपये जबकि डीजल की कीमत 30.96 रुपये + 6.37 रुपये = 37.33 रुपये हो गई। फिर प्रति लीटर पेट्रोल पर 3.31 रुपये और प्रति लीटर डीजल पर 2.55 रुपये ऑइल मार्केटिंग कंपनियों की मार्जिन, ढुलाई और फ्रेट कॉस्ट आती है। यानी अब प्रति लीटर पेट्रोल 34.64 रुपये + 3.31 रुपये = 37.95 रुपये जबकि प्रति लीटर डीजल 37.33 रुपये + 2.55 रुपये = 39.88 रुपये का हो गया।
अलग-अलग दर से वैट और पलूशन सेस वसूलती हैं
अब केंद्र सरकार का एक्साइज टैक्स प्रति लीटर पेट्रोल पर 19.48 रुपये और प्रति लीटर डीजल पर 15.33 रुपये। यानी अब पेट्रोल की कीमत 34.64 रुपये + 19.48 रुपये = 57.43 रुपये जबकि डीजल की कीमत 34.20 रुपये + 15.33 रुपये = 55.21 रुपये हो गई। अब इसमें पेट्रोल पंप डीलरों का कमिशन जुड़ता है और पेट्रोल की दर 57.43 रुपये + 3.59 रुपये = 61.02 रुपये और डीजल का भाव 55.21 रुपये + 2.53 रुपये = 57.74 रुपये हो गया। इस पर राज्य सरकारें अलग-अलग दर से वैट और पलूशन सेस वसूलती हैं। अब नीचे देखें कि कौन से राज्य पेट्रोल और डीजल पर कितना सेल्स टैक्स/वैट वसूलते हैं।
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