मायावती के करीबी नसीमुद्दीन ने थामा कांग्रेस का दामन
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती के करीबी रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बीएसपी से निष्कासन के बाद दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया है। बता दें कि जब नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से निकाला गया था, उस वक्त वह पार्टी के पश्चिमी यूपी के प्रभारी थे। कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद नसीमुद्दीन ने गलती से कह दिया कि उन्होंने बीएसपी की सदस्यता ग्रहण की है। हालांकि, उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी।
कांग्रेस से जुड़े नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गुलाम नबी आजाद समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं आभार व्यक्त करता हूं कि मुझे देश की सबसे बड़ी पार्टी, जिसने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उस पार्टी में मुझे जगह मिली है।’
The Congress Party will rise once again as the strongest party in the country. Today, I heartily welcome all the members to the Congress Party: Shri Ghulam Nabi Azad pic.twitter.com/WLEKBAmUsN
— Congress Live (@INCIndiaLive) February 22, 2018
कांग्रेस की जगह बीएसपी का लिया नाम
कांग्रेस की जगह बीएसपी का नाम लेने पर उन्होंने कहा कि एक लंबा वक्त बहुजन समाज पार्टी को दिया है तो उसे सुधारने में 34 मिनट तो लगेंगे ही। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद हम राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा का कांग्रेस पार्टी में विलय कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘दिल दिमाग में बीएसपी ही रही है तो मैं कांग्रेस की जगह बीएसपी का नाम लेने के लिए माफी चाहूंगा।’
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…जब एक बार फिर से कर गए गलती
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि हमारे बाप-दादाओं के दिल में बीएसपी ही रही है यानी वह कहना चाहते थे कि कांग्रेस रही है लेकिन यहां पर वह एक बार फिर गलती से बीएसपी बोल गए। इस पर सफाई देते हुए यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि जो शख्स एक लंबे वक्त तक बीएसपी में रहा है उसके मन में पार्टी से निकाले जाने का दर्द बाकी है।
नसीमुद्दीन सिद्दकी, ओपी सिंह, लियाक़त अली, अच्छे लाल निषाद, अरशद खान, बेगम हुस्ना सिद्दकी सहित पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों और भारी संख्या में कार्यकर्ताओं का कांग्रेस पार्टी में स्वागत करते हैं : ग़ुलाम नबी आज़ाद
— Congress Live (@INCIndiaLive) February 22, 2018
जानिए, क्यों बीएसपी से हुए थे बाहर
गौरतलब है कि वेस्ट यूपी की सिवाल खास और गाजियाबाद सीट के प्रत्याशियों के सदस्यता शुल्क जमा नहीं होने और यहां के दूसरे मामले उनके जाने की वजह बने थे। सिद्दीकी ने मायावती और खुद के जिन ऑडियो को वायरल किया था, उनमें से ज्यादातर में वेस्ट यूपी के मामलों का ही जिक्र था।
‘जमीनी नेताओं का स्वागत’
कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि जो जमीन में काम करते हैं उन सभी नेताओं का हम स्वागत करते हैं। नसीमुद्दीन सिद्दीकी के कांग्रेस में शामिल होने के वक्त कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद समेत कई अन्य नेता भी मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएसपी छोड़कर कांग्रेस में कुल 74 लोग शामिल हुए हैं।
(साभार- NBT)
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