सीएम नीतीश के करीबी नेता ने लालू को लेकर कही ऐसी बात…
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और वरिष्ठ जदयू नेता उदय नारायण चौधरी ने मंगलवार को उस समय अपनी पार्टी को असहज स्थिति में डाल दिया जब उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि आरजेडी प्रमुख और उनके परिवार के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है तथा इससे राजद को राजनीतिक लाभ मिलेगा। नीतीश कुमार नीत पार्टी को असहज स्थिति में डालते हुए चौधरी ने पटना में कहा कि लालू और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ की गई कार्रवाई बदले की भावना से की गई प्रतीत होती है।
also read : DJ की आवाज से परेशान हुए उद्धव, सील हुआ रिजॉर्ट
उन्होंने कहा कि इसका उलटा प्रभाव भी पड़ सकता है और इससे राजद को फायदा होगा। उन्होंने हालांकि इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या वह अपनी ही पार्टी और सहयोगी बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं। चौधरी ने कहा कि वह सिर्फ एक उदाहरण देना चाहेंगे कि सोना आग से नहीं जलता बल्कि और निखार ला देता है। जदयू प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने चौधरी की बातों का प्रतिवाद करते हुए कहा कि लालू प्रसाद को दो दशक पुराने मामले में अदालत ने दोषी ठहराया है और इसमें बदले की कार्रवाई का सवाल कहां पैदा होता है।
सुशील ने साजिश का आरोप लगाने पर किया राजद नेताओं पर पलटवार
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमारी मोदी ने यह आरोप लगाने पर आज राजद नेताओं पर करारा प्रहार किया कि साजिश के तहत पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद को चारा घोटाले में फंसाया गया है। सुशील मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘चारा घोटाले का ठोस सबूत छापे के दौरान मिली बिहार सरकार की 60 फाइलों से आया है, इन फाइलों में टनों चारा ढोने में इस्तेमाल किये गये वाहनों के पंजीकरण क्रमांक हैं। जांच से पता चला कि इनमें से कई दोपहिया वाहन हैं।
साजिश के तहत इस मामले में फंसाया गया है
जो लोग यादव के खिलाफ साजिश रचे जाने का आरोप लगा रहे हैं क्या वे इस बात की सफाई दे सकते हैं कि इन फाइलों को तैयार करने में क्या बीजेपी की भूमिका थी। उपमुख्यमंत्री उन याचिकाकर्ताओं में एक थे जिनकी जनहित याचिका पर पटना उच्च न्यायालय ने 1996 में चारा घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। वह राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह जैसे राजद नेताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। शनिवार को लालू प्रसाद को इस मामले में अदालत से दोषी ठहराये जाने के बाद से रघुवंश प्रसाद रांची में डेरा डाले हुए हैं और उन्होंने एक पूर्व आईपीएस अधिकारी की पुस्तक का हवाला देकर दावा कर रहे हैं कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को साजिश के तहत इस मामले में फंसाया गया है।
also read : मिर्ज़ा ग़ालिब गए ही कहां… वो तो हर ज़ेहन और ज़ुबां पर हैं
मोदी ने कटाक्ष किया, ‘‘कोई साजिश नहीं है। यह घोटाला इतनी संपत्ति अर्जित करने के लालच का परिणाम था कि व्यक्ति की सात पीढ़ियां आराम से जीवन जी सके।’’ उपमुख्यमंत्री ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी के कल के इस बयान पर कि ‘भगवान के घर देर है अंधेर नहीं’ कहा, ‘‘जो लोग भगवान पर विश्वास करते हैं वे बेनामी संपत्ति अर्जित करने के लिए सत्ता का दुरुपयोग नहीं करते। ’’ मोदी का इशारा राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा, दामाद शैलेष और बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी पर लगे धनशोधन के मामलों की ओर था।
(साभार-जीन्यूज)
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)