अमेठी: गैंगरेप आरोपी गायत्री प्रजापति के अवैध कब्जों पर गिरी गाज
करोड़ों के खनन घोटाले और गैंगरेप के आरोप मे जेल में बंद पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति की मुश्किलें और भी बढ़ती नजर आ रही हैं। बता दें कि अमेठी में अवैध कब्जों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन की गाज गायत्री प्रजापति के अवैध कब्जों पर गिर गई है। प्रशासन ने अवैध रूप से कब्जा की गई जमीनों पर गायत्री प्रजापति का कब्जा हटा दिया है।
अवैध कब्जों के खिलाफ प्रशासन ने की कार्रवाई
अवैध कब्जों के खिलाफ की गई इस कार्रवाई में एसडीएम ने गुरुवार को अमेठी के आवास विकास कालोनी में बने सपा कार्यालय के पास के तालाब पर बने हुए अवैध निर्माण करीब 200 मीटर लंबी बाउंड्रीवाल को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में गिरा दिया।
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इस बात की सूचना के मिलते ही सपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंच गए और मौके पर मौजूद एसडीएम के साथ उन्होंने काफी समय तक बहस की।
अमेठी के एसडीएम पर लगाया गंभीर आरोप
इतना ही नहीं, वहां मौके पर मौजूद कार्यालय प्रभारी और गायत्री के निजी सचिव ने इस मामले को पूरी तरह से गलत बताया और अमेठी के एसडीएम पर यह आरोप लगाया कि वह सत्ता पक्ष के इशारे पर काम कर रहे हैं।
अवैध कब्जा के नाम पर सत्ता के पक्ष में किया जा रहा काम
इस मामले पर सपा कार्रकर्ताओं ने कहा कि अवैध कब्जा बताकर सत्ता के पक्ष में जाकर यह काम किया गया है। यह जमीन उनकी है और इसका बैनामा भी उनके पास मौजूद है। जो वह दिखा सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ एसडीएम शैलेंद्र मिश्रा ने कहा कि सपा कार्यालय के बगल जो दीवार बनी हुई थी, वो तालाब में बनी थी और अवैध थी। जिसे हटाना ही था।
उन्होंने कहा कि एंटी भू-माफिया एक्ट के तहत ये कार्रवाई की गई है और यह भी बताया कि जो आरोप प्रशासन पर लगाये जा रहे है वो बिल्कुल ही गलत हैं।