'पटेलों को आरक्षण तो मुसलमानों को क्यों नहीं' ओवैसी
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले हार्दिक पटेल का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस को समर्थन की घोषणा के बाद विरोधियों ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अलग मोर्चा खोलते हुए मुस्लिम आरक्षण की बात उठाई।
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ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा कि कांग्रेस पाटीदारों को आरक्षण देने को राजी हो गई है, लेकिन मुस्लिमों को नहीं जो सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े हैं। यही नहीं उन्होंने मुस्लिमों के लिए स्टॉकहोम सिंड्रोम वाली स्थिति की बात भी कही।
…लेकिन मुस्लिम राजनैतिक रूप से कमजोर हैं
हार्दिक के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ओवैसी ने कहा, ‘हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस पाटीदारों को आरक्षण देने के लिए राजी हो गई है, लेकिन मुस्लिमों को नहीं जो कि सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछडे़ हुए हैं।इस बात के पर्याप्त सबूत भी हैं, लेकिन मुस्लिम राजनैतिक रूप से कमजोर हैं, और कमजोर लोगों को चुप रहने को कहा जाता है।’
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उन्होंने मुस्लिमों के लिए यहां पर स्टॉकहोम सिंड्रोम की बात भी कही। स्टॉकहोम सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति होती है जब अगवा होने वाले व्यक्ति को अपने अपहर्ता के साथ सहानुभूति हो जाती है। यहां मुस्लिमों के लिए स्टॉकहोम सिंड्रोम स्थिति से ओवैसी का मतलब है कि हमेशा ठगे जाने के बावजूद भी मुस्लिम सेक्युलर दलों को ही चुनते है।
पाटीदारों को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए
बता दें कि बुधवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी कर कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है तो हमारी सभा मांगों को पूरा करने का प्रयास करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमारी पटेल आरक्षण की मांग को मान लिया है। हार्दिक ने कहा कि विधानसभा चुनाव में उनकी लड़ाई बीजेपी से है, इसलिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर वह कांग्रेस का समर्थन करेंगे। साथ ही हार्दिक ने बीजेपी पर पाटीदारों को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए।
(साभार – एनबीटी)
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