मां-बाप ही निकले बेटी के हत्यारे, चाकू से गोदकर कर फेंकी थी अर्धनग्न लाश

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उत्तर प्रदेश के सीतापुर में कुछ दिन पहले नाबालिग बच्ची की चाकुओं से गला काटकर उसे मौत के घाट उतार दिया था. आरोपी ने हत्या कर बच्ची के शव को अर्धनग्न अवस्था में जंगल में फेंक दिया था. बच्ची का शव मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था. हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृत बच्ची का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच में जुट गई थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को पकड़कर चौंकाने वाला खुलासा किया है. आपको बता दें कि नाबालिग बच्ची की हत्या में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है।

यहां की है घटना…

दरअसल सीतापुर के सदना थाना क्षेत्र के सहोली गांव में यूकेलिप्टस की बाग में 17 जून की सुबह एक युवती की अर्धनग्न अवस्था में गर्दन कटी हुई लाश बरामद हुई थी, जिसकी नाक भी कटी हुई थी साथ ही चेहरे पर भी चोट के निशान थे. पुलिस ने पूरे मामले में हत्या का अभियोग दर्ज करके इस ब्लाइंड मर्डर की तफ्तीश शुरू की जिस पर एक के बाद एक कड़ी जुड़ती चली गई और जिसमे नाबालिक बालिका की पहचान आशिनी के रूप में हुई, जिसकी हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके मां बाप ने ही की थी।

प्रेम-प्रसंग से थे परेशान…

एएसपी दक्षिणी एनपी सिंह ने बताया कि दिल्ली में ही आशिनी की मुलाकात हरदोई निवासी सर्वेश से हुई. दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग हो गया. परिजन सर्वेश से आशिनी की शादी नहीं कराना चाहते थे. इसको लेकर कई बार आशिनी अपने परिजनों से लड़ती थी. वह मां को कमरे में बंदकर सर्वेश से मिलने चली जाती थी।

पुलिस को ऐसे हुआ शक… 

बता दे कि पंकज अपने रिश्तेदार राम अवतार से रात एक समय बाइक मांग कर ले गया था. और वापस उसे लौटाई नहीं इसेक बाद राम अवतार इसकी शिकायत करने थाने पहुंच गया. पुलिस को इस बात से उसके पिता पर शक हुआ. और उसके बाद बेटी के पिता पंकज को हिरासत में लेकर कड़ाई से  पूछताछ शुरू कर दी, जिसके बाद पंकज ने पुलिस के सामने अपनी बेटी को मौत के घाट उतारने का सच बता दिया.

ऐसे उतारा था मौत के घाट…

आरोपियों ने पहले से ही बेटी की हत्या करने की योजना बना ली थी. बाइक से उतरते ही उन्होंने आशिनी का गला दबाकर उसे बेहोश कर दिया. जब वह बेहोश हो गई तो पहचान छिपाने के लिए बांके से उसके गले और चेहरे पर वार कर दिया. ताकि कोई उसे पहचान न पाए. मां ने ही उसके कपड़े उतार लिए ताकि उसकी पहचान उजागर न हो। हालांकि पुलिस को अभी तक कुछ कपड़े नहीं मिल पाए हैं. आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बेटी के कपड़ों को नदी में फेंक दिया था।

भाइयों के सामने दिया था अंजाम… 

आशिनी के अलावा उसके दो और छोटे भाई हैं. जिसमें एक की उम्र तीन और दूसरे की चार साल है. बाइक पर सवार होकर पूरा परिवार घर से निकला था. उन दोनों के सामने ही आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया. आरोपियों ने बताया कि आशिनी सर्वेश के साथ पहले लुधियाना चली गई थी. काफी समझाने के बाद वह वापस आई थी. उसके हाथ पर लिखे अक्षर ए का मतलब आशिनी और एस का मतलब सर्वेश है।

वारदात के बाद 4 दिन तक घूमते रहे माता-पिता…

पुलिस ने बताया कि वारदात के 5 दिन पहले पूरा परिवार दिल्ली से अपने गांव पाकर नरायणपुर आ गया. पिता पंकज ने अपने चाचा राम औतार की बाइक ली. कहा कि परिवार को लेकर हरदोई स्थित ससुराल जा रहा हूं. पिता ने बताया कि बेटी को गांव से करीब 10 किलोमीटर दूर ले गया. बाइक से उतरते ही बेटी का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. फिर हम दोनों 4 दिन तक बेटों के साथ इधर-उधर घूमते रहे।

पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बांका बरामद किये…

पुलिस ने मां बाप को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त बांका बरामद किया किया है. एसपी ने पुलिस टीम की इस सफलता पर 25 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है. बताते चले की सदना थाना क्षेत्र के सहोली गांव में यूकेलिप्टस की बाग में 17 जून की सुबह एक युवती की अर्धनग्न अवस्था में गर्दन कटी हुई लाश बरामद हुई थी. पुलिस ने पूरे मामले में हत्या का अभियोग दर्ज करके इस ब्लाइंड मर्डर की तफ्तीश शुरू की. जिस पर एक के बाद एक कड़ी जुड़ती चली गई. जिसमे नाबालिक बालिका की पहचान आशिनी के रूप में हुई. जिसकी हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके मां बाप ने ही की थी।

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