राजस्थान: जयपुर में सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक ज्वेलरी फर्म में उस वक्त हंगामा मच गया जब सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान एक बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया. सफाई करने के लिए सेप्टिक टैंक में 8 मजदूर उतरे थे, जहां दम घुटने से जहां चार मजदूरों की मौत हो गई, वहीं दो की हालत काफी गंभीर बनी हुई है. दूसरी ओर दो मजदूरों की हालत में सुधार होने पर उन्हें अस्पताल से घर भेज दिया गया.
टैंक के मलबे में थे सोने के कण
बताया जा रहा है कि बीते 26 मई की देर रात को जयपुर में ज्वैलरी जोन के सैप्टिक टैंक में सोने के बुरादा व कण निकालने उतरे 8 मजदूरों में से 4 लोगों की जान चली गई. जिला प्रशासन के अधिकारी एसडीएम, तहसीलदार समेत पुलिस मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेते हुए शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही इस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई.
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस के मुताबिक, यह हादसा सीतापुरा स्थित अचल ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड फर्म में हुआ है, जहां जवाहरात का काम होता है. इस फर्म के परिसर में 10 फीट गहरा सेप्टिक टैंक बनाया गया है. टैंक में इकट्ठा हुए मलबे को हर डेढ-दो महीने में खाली करने के लिए सफाई की जाती है. जानकारी दी गई कि इस मलबे में सोने के कण और बुरादा पाया जाता है.
मारे गए मजदूर यूपी के थे रहने वाले
ऐसे में जब भी सेप्टिक टैंक को खाली कराया जाता है तो उसके बाद मलबे को छाना जाता है ताकि उसमें से सोने के कण सुरक्षित तरीके से मिल सके. इसी कार्य को करने के लिए मजदूर सेप्टिक टैंक में उतरे थे, जो अपने जान से हाथ धो बैठे. इस हादसे में मारे गए सभी मजदूर यूपी के रहने वाले थे. इनमें संजीव पाल, रोहित पाल, अर्पित यादव और हिमांशु सिंह शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, ठेकेदार मुकेश पाल ने टैंक की साफ-सफाई के लिए कुछ मजदूरों से बात-चीत की.
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लेकिन, गर्मी ज्यादा होने के कारण मजदूरों ने रात की बजाय दिन में सफाई करने के लिए हामी भरी. वहीं यह भी कहा जा रहा कि ठेकेदार के काफी दबाव के चलते आधी रात को ही मजदूर भूमिगत टैंक में उतर पड़े. कुछ देर बीता नहीं कि टैंक की जहरीली गैंस की दुर्गंध से मजदूर टैंक में ही बेहोश हो गए. आनन फानन में कड़ी मशक्कत से सभी मजदूरों को टैंक से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल पहुंचे मजदूरों की जांच के बाद डॉक्टर्स ने चार को मृत घोषित कर दिया. बता दें कि मृतकों में मुकेश पाल ठेकेदार का एक भाई भी शामिल है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच के क्रम में छानबीन कर रही है.
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