अब आर्टिफीसियल ‘दिल’ से भी रह सकते हैं जिंदा

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दुनिया भर में हर रोज कोई न कोई चमत्कार होते रहते हैं, लेकिन क्या आपका हकीकत में कभी किसी चमत्कार से सामना हुआ है? कोई बात नहीं, आज हम आपको एक ऐसे चमत्कार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो मेडिकल साइंस पर आधारित एक सच है। मेडिकल साइंस ने आधुनिक तकनीक के सहारे एक ऐसा डिवाइस का इजाद किया है कि अब आप आर्टिफीसियल दिल के सहारे भी जिंदा रह सकते हैं।

पीठ पर ढोता रहा दिल

25 वर्षीय स्टेन लार्किन और उनके भाई डोमिनिक दोनों एक खास तरह के हार्ट प्रॉब्लम से पीड़ित थे। हार्ट डोनर मिलने के बाद डोमिनिक तो ठीक हो गए, लेकिन किसी डोनर के न मिलने की वजह से स्टेन लगभग एक साल तक अपनी पीठ पर आर्टिफिशियल हार्ट बैकपैक लादे रखा था। इस दिल ने स्टेन के शरीर में खून को पंप किया और उसे जीवित रखा। स्टेन ने कृत्रिम दिल के बावजूद भी अपना हर काम करते रहे।

मुश्किल भरा दौर

सर्जन जोनाथन हाफ्ट के मुताबिक जब दोनों भाईयों को उनके पास लाया गया तो वो बहुत बीमार थे। डोमिनिक को तो डोनर मिल गया, लेकिन स्टेन को एक साल तक नहीं मिला। इस बीच डॉक्टरों की टीम ने आधुनिक तकनीक से उनके दिलों से अलग एक डिवाइस तैयार करने में कामयाबी हासिल की।

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अब स्टेन को भी डोनर मिलने के बाद उनका हार्ट ट्रांसप्लांट किया जा चुका है। और अब वो ठीक भी हो रहे हैं। पिछले एक साल के अपने जीवन के उस मुश्किल दौर को याद करते हुए स्टेन कहते हैं कि पिछला एक साल चुनौतियों भरा वक्त था, जब आप एक भावनात्मक दर्द से गुजर रहे होते हैं।

क्या है आर्टिफीसियल हार्ट

इस बीमारी में जब तक कोई डोनर नहीं मिल जाता तब तक एक आर्टिफीसियल हार्ट को शरीर के साथ जोड़ा जाता है, ताकी इंसान का शरीर काम करता रहे। इस आर्टिफीसियल हार्ट को ‘साइकार्डिया’ कहते हैं। हार्ट फेल होने के बाद डोनर तलाश में गुजरने वाले वक्त में इसे लगाकर जिंदगी बचाई जा सकती है। इस डिवाइस की कामयाबी ने अन्य मरीजों के लिए भी इसे इस्तेमाल करने के रास्ते खोल दिए हैं।

अंगदान है जीवनदान

अंग प्रत्यारोपण मरीजों की जान बचाने में अहम साबित हो सकता है, लेकिन दानकर्ताओं के अभाव में बहुत से मरीज प्रत्यारोपण के इंतजार में रहते हैं। अंग ना मिलने से दुनिया भर में पांच लाख मौतें हो जाती हैं। भारत में किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसके अंग किसी जरूरत मंद को दान देने के मामले कभी-कभी ही सामने आते हैं।

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आंकड़े बताते हैं कि भारत में प्रति दस लाख लोगों पर अंग दान करने वालों की संख्या एक से भी कम है। स्टेन लोगों को अंग दान के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनके अनुसार आपका एक फैसला किसी को जिंदगी दे सकता है।

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